10 मई 1963 को भारतीय संसद के दोनों सदनों द्वारा हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में प्रस्ताव पारित किया गया था। वर्ष 2013 में अधिनियम की स्वर्ण जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय हिन्दी अकादमी का हिन्दी जगत की ओर से यह प्रस्ताव है कि राजभाषा अधिनियम को (1963) संशोधन किया जाए तथा राजभाषा प्रयोग शब्द के स्थान पर राष्ट्रभाषा किया जाए। राष्ट्रीय हिन्दी अकादमी समस्त हिन्दी जगत से अपील करती है कि वे इस प्रस्ताव पर अपना समर्थन-पत्र भारत के महामहिम राष्ट्रपति को भेजें तथा अपना अभिमत राष्ट्रीय हिन्दी अकादमी को निम्नलिखित पते पर भेजें तथा अकादमी द्वारा 2-4 अक्टूबर 2013 को कलकत्ता में आयोजित राजभाषा स्वर्ण जयंती समारोह एवं 26वां अखिल भारतीय हिन्दी सम्मेलन में भाग लेने की कृपा करें।
अध्यक्ष
राष्ट्रीय हिन्दी अकादमी
331, पशुपति भट्टाचार्य रोड,
कोलकाता - 700 041
दूरभाष - 91-24067127
टेलिफैक्स - 033-22135102
ईमेल- editor@rashtrabhasha.com
ब्लॉग - bswadeshblogspot.com
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